Prachin Bihar Gk In Hindi – प्राचीन बिहार जी.के. {95+ प्रश्नों का संग्रह}

प्रिय दोस्तों, आज हम बिहार जीके (Bihar GK) से जुड़े एक महत्वपूर्ण टॉपिक प्राचीन बिहार” (Prachin Bihar) के संबधित GK को पढ़ेंगे। बिहार का इतिहास अत्यंत गौरवशाली और समृद्ध रहा है। यह भूमि नालंदा और विक्रमशिला जैसे महान शिक्षण केंद्रों, चाणक्य और आर्यभट्ट जैसे विद्वानों, तथा सम्राट अशोक और भगवान बुद्ध की कर्मभूमि रही है। प्राचीन बिहार ने न केवल भारतीय इतिहास को बल्कि संपूर्ण विश्व को प्रभावित किया है। आइए, यहां प्राचीन बिहार” (Prachin Bihar) से सभी संबंधित प्रश्न को पढ़ते है।

Prachin Bihar Gk In Hindi – प्राचीन बिहार जी.के.

  1. बिहार के किस शहर को पहले पाटलीपुत्र के नाम से जाना जाता था? पटना
  2. बिहार में कर्नाटक राजवंश का शासन किस युग में था? पाल युग
  3. कर्नाट वंश की स्थापना किसने की थी?- नान्यदेव
  4. कर्नाट वंश की स्थापना कब की गई थी? 1097 ईस्वी
  5. कर्नाट वंश की दो राजधानियाँ कौन सी थीं? सिमरौंगगढ़ (नेपाल) और दरभंगा (बिहार)
  6. किसके शासनकाल में दरभंगा को कर्नाट वंश की दूसरी राजधानी के रूप में चुना गया? गंगादेव
  7. कर्नाट वंश ने किस क्षेत्र पर शासन किया? नेपाल और बिहार के तिरहुत या मिथिला क्षेत्र
  8. नान्यदेव ने सिमरौंगगढ़ पर अपना शासन किसकी मदद से स्थापित किया? चालुक्य राजा विक्रमादित्य VI की मदद से
  9. नान्यदेव ने कितने वर्षों तक मिथिला क्षेत्र पर शासन किया? 50 वर्षों तक
  10. नान्यदेव को उनके किस गुण के लिए जाना जाता था? साहस, उदारता और विद्वानों के प्रति सम्मान
  11. विद्वान नान्यदेव को किस नाम से मानते हैं? मिथिला के पुत्र
  12. कर्नाट राजवंश के युग में किस प्रकार के कलाकारों और रचनाकारों को प्रोत्साहन मिला? कवि, लेखक, और कलाकार
  13. कर्नाट वंश के दौरान किस भाषा का अत्यधिक विकास हुआ? मैथिली भाषा
  14. कर्नाट राजवंश ने कब तक शासन किया?1097 सीई से 1324 सीई तक
  15. कर्नाट राजवंश के युग में साहित्य और लोकगीतों के निर्माण में किसका योगदान था? मैथिली भाषा
  16. राजगीर किस काल से जुड़ा हुआ एक महत्वपूर्ण स्थल है? – मौर्य काल
  17. मगध साम्राज्य की राजधानी पाटलिपुत्र से पहले कौन सी थी? – राजगीर
  18. राजगीर में किस मौर्य राजा ने एक किले का निर्माण किया था? – राजा बिंदुसार
  19. राजगीर और उसके आसपास मौर्य काल की कौन सी संरचनाएं पाई गई हैं? – शैलकर्तित गुफाएं और शिलालेख
  20. मौर्य साम्राज्य की राजधानी कौन सा शहर था? – पाटलिपुत्र
  21. कुम्हरार किस शहर से जुड़ा हुआ स्थल माना जाता है? – पाटलिपुत्र
  22. कुम्हरार की खुदाई से मौर्य काल की कौन-कौन सी संरचनाएं मिली हैं? – महल, स्तंभों वाला हॉल और बौद्ध मठ
  23. कुम्हरार की खुदाई से सबसे महत्वपूर्ण खोजों में से एक क्या है? – खंभे वाले हॉल के अवशेष
  24. कुम्हरार में पाए गए हाइपोस्टाइल हॉल का उपयोग किस लिए किया जाता था? – सार्वजनिक सभा हॉल या न्याय की अदालत के रूप में
  25. कुम्हरार में मिले गोलाकार बौद्ध तीर्थस्थल का निर्माण किस मौर्य शासक के समय का माना जाता है? – अशोक महान
  26. कुम्हरार को बिहार में किस काल की खुदाई के लिए अधिक महत्वपूर्ण स्थल क्यों माना जाता है? – क्योंकि यहां से मौर्य काल की महत्वपूर्ण संरचनाएं और वास्तुकला की जानकारी मिली है।
  27. कुम्हरार में स्तंभों वाले हॉल का उपयोग किस कार्य के लिए किया जाता था? – महत्वपूर्ण राज्य कार्यों और समारोहों के लिए
  28. कुम्हरार में मिले बौद्ध तीर्थस्थल का क्या महत्व है? – यह प्राचीन भारत में बौद्ध धर्म के प्रसार में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।
  29. मौर्य काल के दौरान कुम्हरार में मिली सबसे पुरानी बौद्ध संरचना क्या है? – गोलाकार बौद्ध तीर्थस्थल
  30. बिहार में बहुतायत में पाए जाने वाले आहत सिक्के किससे बने होते थे चाँदी
  31. अधिकांश चांदी से बने आहत सिक्के बिहार में कहां पाए गए थे? – पटना शहर के गोलकपुर, पूर्णिया और अन्य स्थानों पर
  32. कुषाण सिक्के बिहार के किस स्थान पर खुदाई में पाए गए हैं? – बक्सर
  33. कुम्रहार की खुदाई में कौन सा सिक्का ताबीज के रूप में उपयोग किया जाता था? – हुविष्क का सिक्का
  34. सारण जिले के किस स्थान पर कुषाण तांबे के सिक्कों का ढेर मिला है? – चिरांद
  35. हाजीपुर में पाए गए गुप्त सिक्के किस साम्राज्य की सीमा को दर्शाते हैं? – गुप्त साम्राज्य
  36. कुषाण साम्राज्य की सीमा को दर्शाने वाले सिक्के किस स्थान पर पाए गए हैं? – बक्सर
  37. पाल काल में सिक्कों की क्या स्थिति थी? – सिक्कों की अल्पता थी
  38. कुम्रहार की खुदाई में हुविष्क का कौन सा सिक्का पाया गया था? – ताबीज के रूप में उपयोग होने वाला सिक्का
  39. कुषाण साम्राज्य के किस काल में बक्सर में सिक्के पाए गए थे? – कुषाण काल
  40. 82 कुषाण तांबे के सिक्के सारण जिले के किस स्थान पर मिले हैं? – चिरांद
  41. बिहार राज्य का नाम एक पुराने नाम से आता है जो निम्न में से किसको दर्शाता है? – एक बौद्ध मठ
  42. ‘बिहार’ नाम किस शब्द से लिया गया है? – पाली शब्द ‘विहार’
  43. ‘विहार’ शब्द का अर्थ क्या है? – निवास
  44. ‘विहार’ शब्द का मूल किस भाषा से है? – संस्कृत
  45. समय के साथ ‘विहार’ शब्द किसमें बदल गया? – बिहार में बदल गया
  46. प्राचीन और मध्यकाल में बौद्ध भिक्षुओं के निवास को क्या कहा जाता था? – विहार
  47. बिहार का नामकरण किसके निवास स्थान के आधार पर हुआ? – बौद्ध भिक्षुओं के निवास स्थान के आधार पर
  48. वर्तमान बिहार राज्य में किस युग में बौद्ध विहारों का प्रसार था? – प्राचीन और मध्यकाल
  49. बौद्ध विहार किसके लिए निवास स्थान होते थे? – बौद्ध भिक्षुओं
  50. बिहार राज्य के क्षेत्र में किस प्रकार के धार्मिक स्थल प्राचीन और मध्यकाल में प्रमुख थे? – बौद्ध विहार
  51. बिहार का नामकरण किस धार्मिक समूह के निवास से जुड़ा है? – बौद्ध भिक्षुओं
  52. कौन सी बौद्ध परिषद बिहार में आयोजित की गयी थी? – प्रथम, द्वितीय, तृतीय
  53. चौथी बौद्ध परिषद का आयोजन कहाँ किया गया था? – कुंडलवन, कश्मीर
  54. चौथी बौद्ध परिषद का आयोजन किसके शासनकाल में हुआ था? – कनिष्क के शासनकाल में
  55. चौथी बौद्ध परिषद का आयोजन किस वर्ष हुआ था? – 72 ईस्वी
  56. चौथी बौद्ध परिषद की अध्यक्षता किसने की थी? – वसुमित्र
  57. चौथी बौद्ध परिषद के उपाध्यक्ष कौन थे? – अश्वघोष
  58. चौथी बौद्ध परिषद के दौरान बौद्ध धर्म को किन दो संप्रदायों में विभाजित किया गया? – महायान और हीनयान
  59. पहली बौद्ध परिषद का आयोजन कहाँ हुआ था? – राजगृह (वर्तमान राजगीर)
  60. पहली बौद्ध परिषद का आयोजन किसके संरक्षण में हुआ था? – राजा अजातशत्रु के संरक्षण में
  61. पहली बौद्ध परिषद का आयोजन कब हुआ था? – 483 ईसा पूर्व, गौतम बुद्ध की मृत्यु के ठीक बाद
  62. दूसरी बौद्ध परिषद का आयोजन कहाँ हुआ था? – वैशाली
  63. तीसरी बौद्ध परिषद का आयोजन कहाँ हुआ था? – पाटलिपुत्र (आसोकरामा)
  64. तीसरी बौद्ध परिषद का आयोजन किसके संरक्षण में हुआ था? – सम्राट अशोक के संरक्षण में
  65. दूसरी बौद्ध परिषद का आयोजन बुद्ध के परिनिर्वाण के कितने साल बाद हुआ था? – लगभग 100 साल बाद
  66. तीसरी बौद्ध परिषद का आयोजन किस समय हुआ था? – लगभग 250 ईसा पूर्व
  67. बिहार के गया जिले में स्थित महाबोधि विहार किस राज्य का एकमात्र यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है? – बिहार
  68. महाबोधि विहार कहाँ स्थित है? – बोधगया
  69. महाबोधि विहार एक बौद्ध मंदिर है जहाँ बुद्ध ने क्या प्राप्त किया था? – ज्ञान
  70. बुद्ध के ज्ञान प्राप्त करने के कितने वर्ष बाद बौद्ध सम्राट अशोक ने बोधगया का दौरा किया? – लगभग 200 वर्ष
  71. बौद्ध सम्राट अशोक ने बोधगया में किस प्रकार की संरचनाओं की स्थापना की थी? – मठ और मंदिर
  72. बोधगया में बौद्ध सम्राट अशोक द्वारा स्थापित मठ और मंदिर आज कैसे हैं? – लुप्त हो गए हैं
  73. महाबोधि विहार की यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल होने का मुख्य कारण क्या है? – यह बुद्ध के ज्ञान प्राप्त करने के स्थल के रूप में महत्वपूर्ण है
  74. महाबोधि विहार के पवित्र स्थल की स्थापना के लिए बौद्ध सम्राट अशोक ने किस समय का दौरा किया? – लगभग 250 ईसा पूर्व
  75. महाबोधि विहार की ऐतिहासिक महत्वता क्या है? – यह बुद्ध के ज्ञान प्राप्त करने के स्थल के रूप में महत्वपूर्ण है और बौद्ध धर्म का एक महत्वपूर्ण स्थल है।
  76. किसके शासन के करीब, दक्षिण बिहार में एक भयानक अकाल पड़ा था। भद्रबाहु और उनके शिष्य कर्नाटक में श्रवणबेलगोला चले गए थे। – चंद्रगुप्त मौर्य
  77. दक्षिण बिहार में भयानक अकाल किसके शासनकाल के दौरान पड़ा था? – चंद्रगुप्त मौर्य के शासनकाल के दौरान
  78. अकाल के दौरान भद्रबाहु और उनके शिष्य कहाँ चले गए थे? – कर्नाटक के श्रवणबेलगोला
  79. अविभाजित जैन संघ के अंतिम आचार्य कौन थे? – भद्रबाहु भद्रबाहु का जन्म कहाँ हुआ था? – पुंड्रवर्धन (जिसमें उत्तरी पश्चिम बंगाल और उत्तर-पश्चिमी बांग्लादेश के हिस्से शामिल हैं)
  80. दिगंबर और श्वेतांबर भिक्षु किन-किन आचार्यों की परंपराओं का पालन करते हैं? – दिगंबर भिक्षु आचार्य विशाखा की परंपरा का, और श्वेतांबर भिक्षु आचार्य स्थूलभद्र की परंपरा का पालन करते हैं
  81. भद्रबाहु की प्रारंभिक शिक्षा किसके साथ हुई थी? – गोवर्धन महामुनि के साथ
  82. श्वेतांबर परंपरा के अनुसार भद्रबाहु कब तक जीवित रहे थे? – 433 ईसा पूर्व से 357 ईसा पूर्व तक
  83. दिगंबर परंपरा के अनुसार भद्रबाहु की मृत्यु कब हुई थी? – 365 ईसा पूर्व
  84. श्वेतांबर जैन आदेश के संस्थापक कौन थे? – स्थूलभद्र
  85. स्थूलभद्र ने जैन भिक्षु बनने का निर्णय कब लिया था? – जब उनके भाई राज्य के मुख्यमंत्री बने
  86. स्थूलभद्र के पिता किस राज्य के मंत्री थे? – नंदा राज्य
  87. महावीर की शिक्षाओं को किसने जैन आगमों के रूप में संकलित किया था? – इंद्रभूति (जो स्थूलभद्र के प्रमुख शिष्य थे)
  88. बिहार में पहली नवपाषाण संस्कृति किसमें देखने को मिलती है? – चिरांद
  89. नवपाषाण संस्कृति किस समयावधि के बीच मानी जाती है? – 2500-1500 ईसा पूर्व
  90. गंगा घाटी में पहली नवपाषाण संस्कृति कहां पाई गई थी? – गंगा और घाघरा के संगम के पास, सारण जिले में गंगा नदी के बाएं तट पर
  91. नवपाषाण संस्कृति कहां-कहां पाई जाती है? – चेचर (वैशाली), सेनुवर (रोहतास), मनेर (पटना), तराडीह (बोध गया), और बरूडीह (सिंहभूम)
  92. चिरांद की विशेषता क्या है? – बारहसिंगे के शाखादार सींग के उपकरणों का उपयोग
  93. नवपाषाण संस्कृति में किस प्रकार के पत्थर के औजारों का उपयोग किया जाता था? – पॉलिश किए हुए पत्थर के औजार
  94. नवपाषाण काल में किस प्रकार के पत्थरों से मोतियों का निर्माण किया जाता था? – एगैट, जैस्पर, और कार्नेलियन
  95. गंगा घाटी की नवपाषाण संस्कृति किन प्रमुख स्थानों पर पाई गई? – चेचर, सेनुवर, मनेर, तराडीह, और बरूडीह
  96. नवपाषाण काल में बारहसिंगे के किस हिस्से से औजार बनाए जाते थे? – शाखादार सींग
  97. नवपाषाण संस्कृति से जुड़ी कौन सी प्रमुख सामग्री चिरांद की विशेषता है? – बारहसिंगे के शाखादार सींग के औजार
  98. नवपाषाण काल में किस प्रकार के पत्थरों से आभूषण बनाए जाते थे? – अल्प-मूल्यवान पत्थरों जैसे एगैट, जैस्पर और कार्नेलियन
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